Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
276 Followers
Follow
Report this post
7 Sep 2024 · 1 min read
” जख्म “
” जख्म ”
भरते नहीं कई जख्म मोहब्बत के,
अब भी लबों पे उसका नाम आए।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 20 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
"दहेज"
Dr. Kishan tandon kranti
जमाना खराब है
Ritu Asooja
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
मुहब्बत
Dr. Upasana Pandey
शुक्र करो
shabina. Naaz
King of the 90s - Television
Bindesh kumar jha
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
Rj Anand Prajapati
"झूठे लोग "
Yogendra Chaturwedi
कुछ शब्द
Vivek saswat Shukla
हुनर का नर गायब हो तो हुनर खाक हो जाये।
Vijay kumar Pandey
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
शीर्षक – वह दूब सी
Manju sagar
3239.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
Phool gufran
हिंदी दिवस पर राष्ट्राभिनंदन
Seema gupta,Alwar
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
Sarfaraz Ahmed Aasee
जिंदगी को बोझ मान
भरत कुमार सोलंकी
तप त्याग समर्पण भाव रखों
Er.Navaneet R Shandily
*कैसे भूले देश यह, तानाशाही-काल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
58....
sushil yadav
अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय।
Indu Singh
कभी कभी हम हैरान परेशान नहीं होते हैं बल्कि
Sonam Puneet Dubey
सवाल खुद में, फिर एक
Dr fauzia Naseem shad
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
Saraswati Bajpai
दोहा पंचक. . . . . दम्भ
sushil sarna
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
Keshav kishor Kumar
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
एक मौन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
।।
*प्रणय प्रभात*
Loading...