Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#26 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
290 Followers
Follow
Report this post
7 Sep 2024 · 1 min read
” जख्म “
” जख्म ”
भरते नहीं कई जख्म मोहब्बत के,
अब भी लबों पे उसका नाम आए।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 53 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
न्याय यात्रा
Bodhisatva kastooriya
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
Neelofar Khan
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
पूर्वार्थ
दिवस संवार दूँ
Vivek Pandey
मेरे हाथों में प्याला है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मंजिल और कीमत
Ragini Kumari
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
Mahender Singh
दुनियां में सब नौकर हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
बड़ी देर तक मुझे देखता है वो,
Jyoti Roshni
*तेरा इंतजार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वो जो मुझसे यूं रूठ गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
मेरा सपना
Anil Kumar Mishra
दोस्ती के नाम.....
Naushaba Suriya
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गीत सुनाता हूं मरघट के सुन पाओगे।
Kumar Kalhans
"अर्द्धनारीश्वर"
Dr. Kishan tandon kranti
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
MEENU SHARMA
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
Phool gufran
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
3529.🌷 *पूर्णिका*🌷
Dr.Khedu Bharti
खुद से ही अब करती बातें
Mamta Gupta
ओ गौरैया,बाल गीत
Mohan Pandey
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
ऊपर वाला जिन्हें हया और गैरत का सूखा देता है, उन्हें ज़लालत क
*प्रणय*
पात्र
उमेश बैरवा
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
Sudhir srivastava
गजब है उनकी सादगी
sushil sarna
Loading...