Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2021 · 1 min read

जख्मों को छेड़ते हैं

जख्मों को छेड़ते हैं वो मेरा हाल पूँछकर
पूँछते हैं कैसे हो यूँ तन्हा छोड़कर
हमसे ये अखलाक उनका अच्छा है या बुरा
उनको तो मजा आता है टूटा दिल चूर-चूर कर
गर थिरकते हैं सरे महफिल गैरों के साथ वो
गुनगुना लेते हैं हम भी दर्द की उफान पर
न समझो फिराक-ए-गम मे डूबे हैं हर घड़ी
मुस्कुरा लेते हैं अक्सर कसमों को याद कर
M.Tiwari”Ayen”

1 Like · 2 Comments · 367 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Tiwari 'Ayan'
View all
You may also like:
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
Dr. Man Mohan Krishna
जिसको भी चाहा तुमने साथी बनाना
जिसको भी चाहा तुमने साथी बनाना
gurudeenverma198
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
Prakash Chandra
संघर्ष से‌ लड़ती
संघर्ष से‌ लड़ती
Arti Bhadauria
"स्मरणीय"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यारा सुंदर वह जमाना
प्यारा सुंदर वह जमाना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
#धवल_पक्ष
#धवल_पक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
दिल में
दिल में
Dr fauzia Naseem shad
सांस
सांस
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
2811. *पूर्णिका*
2811. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पाप पंक पर बैठ कर ,
पाप पंक पर बैठ कर ,
sushil sarna
पत्रकारो द्वारा आज ट्रेन हादसे के फायदे बताये जायेंगें ।
पत्रकारो द्वारा आज ट्रेन हादसे के फायदे बताये जायेंगें ।
Kailash singh
परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प
परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प
Leena Anand
*Eternal Puzzle*
*Eternal Puzzle*
Poonam Matia
*चौदह अगस्त को मंथन से,निकला सिर्फ हलाहल था
*चौदह अगस्त को मंथन से,निकला सिर्फ हलाहल था
Ravi Prakash
देश हमर अछि श्रेष्ठ जगत मे ,सबकेँ अछि सम्मान एतय !
देश हमर अछि श्रेष्ठ जगत मे ,सबकेँ अछि सम्मान एतय !
DrLakshman Jha Parimal
अंग्रेजों के बनाये कानून खत्म
अंग्रेजों के बनाये कानून खत्म
Shankar N aanjna
पांव में मेंहदी लगी है
पांव में मेंहदी लगी है
Surinder blackpen
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*
*"नमामि देवी नर्मदे"*
Shashi kala vyas
माँ तेरे आँचल तले...
माँ तेरे आँचल तले...
डॉ.सीमा अग्रवाल
महाकाल भोले भंडारी|
महाकाल भोले भंडारी|
Vedha Singh
आस्था होने लगी अंधी है
आस्था होने लगी अंधी है
पूर्वार्थ
यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं...
यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं...
Umender kumar
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पिता की दौलत न हो तो हर गरीब वर्ग के
पिता की दौलत न हो तो हर गरीब वर्ग के
Ranjeet kumar patre
Jo milta hai
Jo milta hai
Sakshi Tripathi
ससुराल का परिचय
ससुराल का परिचय
Seema gupta,Alwar
हौसला
हौसला
Shyam Sundar Subramanian
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
Atul "Krishn"
Loading...