Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#4 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
288 Followers
Follow
Report this post
18 Oct 2024 · 1 min read
“छुपा रुस्तम”
“छुपा रुस्तम”
मन के भीतर का युद्ध तो
दिखाई नहीं देता,
पर इतिहास वही रचता है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 42 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
श्राद्ध पक्ष मे मान
RAMESH SHARMA
!! शेर !!
डी. के. निवातिया
*वह भाग्यहीन हैं महिलाऍं, पति की चेरी कहलाती हैं (राधेश्यामी
Ravi Prakash
नारियल पानी ठेले वाला!
Pradeep Shoree
संवेदना सुप्त हैं
Namrata Sona
आग पानी में लगाते क्यूँ हो
Shweta Soni
तोड़ूंगा भ्रम
Shriyansh Gupta
विधि का विधान ही विज्ञान
Anil Kumar Mishra
Childhood is rich and adulthood is poor.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"" *जीवन आसान नहीं* ""
सुनीलानंद महंत
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
VEDANTA PATEL
ग़ज़ल _ नसीबों से उलझता ही रहा हूँ मैं ,,
Neelofar Khan
"चुम्बन"
Dr. Kishan tandon kranti
नदी का किनारा ।
Kuldeep mishra (KD)
चलो मौसम की बात करते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
रजनी छंद (विधान सउदाहरण)
Subhash Singhai
भाषा और व्याकरण (Language and grammar)
Indu Singh
तुमसे दूर इस उदास शहर में, उस सूखती नदी के किनारे पर बैठा हु
पूर्वार्थ
तुम मेरा हाल
Dr fauzia Naseem shad
आत्म अवलोकन कविता
कार्तिक नितिन शर्मा
जान गया जब मैं ...
Praveen Bhardwaj
खाने पुराने
Sanjay ' शून्य'
ये रुपए कमाने में लोग इस कदर मशरूफ हो गए है।
Rj Anand Prajapati
ईद मुबारक सबको
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
Sahil Ahmad
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
Priya princess panwar
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
राजनीति में सच का अभाव है
Krishan Singh
Loading...