Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2020 · 2 min read

छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुई 17 शहीदों को कलम से श्रधांजलि

चुग दाना मिट्टी से कुछ पंछी मुक्त हो गए।
फिर कुछ लाल भारती के अमर शहीद हो गए।

आंख में देकर आँसू नील अम्बर में खो गए,
आघात सहकर दुश्मन का नींद में फिर सो गए।
#सुकमा घाटी में शत्रु ने कैसा खेल रचाया,
#छत्तीसगढ़ स्वर्ग को रंग लहू का पहनाया।
रो रही आज धरती अम्बर भी साथ रोया,
आंसुओं से है वीरों की शहादत को धोया।

वीर सत्रह एक साथ चिर निंद्रा में सो गए।
फिर कुछ लाल भारती के अमर शहीद हो गए ।

उस माँ के सीने में फिर शोला दहका होगा,
बेटों की शहादतों को जिसने देखा होगा।
उस पत्नी के मन में भी गुस्सा फूटा होगा,
मेहंदी का रंग भी न जिसकी सूखा होगा।
बहनों की बातों से अश्रु सैलाब बहा होगा,
हाथों में राखी ले फिर उठने को कहा होगा।

यादों की माला वो सबके दिलों में पिरो गए
फिर कुछ लाल भारती के अमर शहीद हो गए ।

अश्रु छिपा आँखों में पिता मन में रोया होगा।
जिसने बेटे को अपने #सुकमा में खोया होगा,
आँख में अश्क लिए वो फौजी भी रोया होगा।
जिसने शहीदों की श्रधांजलि धुन बजाया होगा,
हर माँ चाहे उसका बेटा ऐसा काम करे,
सम्पूर्ण देह अपनी मातृभूमि के नाम करे।

जली चिता शहीदों की जो सदा के लिए सो गए,
फिर कुछ लाल भारती के अमर शहीद हो गए।

#दीप नमन उनको जो देश के लिए शहीद हुए,
वतन के लिए खुद को आसमाँ में रोशन कर गए।
कुरबान किये सपने सारे रिश्ते नातों को,
शहीद हो मातृभूमि पर खुद को अजर कर गए।
पैदा हुए एक माँ से जो देश के बेटे बन गए,
तुम पूरे देश का सर गर्व से ऊंचा कर गए।

अपने पीछे इक नए जज्बे का बीज तुम बो गए,
फिर कुछ लाल भारती के अमर शहीद हो गए।

#पण्डितपीकेतिवारी करता है अश्रुपूरित श्रदांजलि

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 344 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जगन्नाथ रथ यात्रा
जगन्नाथ रथ यात्रा
Pooja Singh
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
जुनून
जुनून
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गद्दार है वह जिसके दिल में
गद्दार है वह जिसके दिल में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
■ उलाहना
■ उलाहना
*Author प्रणय प्रभात*
तमन्ना है तू।
तमन्ना है तू।
Taj Mohammad
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
sudhir kumar
शिव तेरा नाम
शिव तेरा नाम
Swami Ganganiya
बना एक दिन वैद्य का
बना एक दिन वैद्य का
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चाँद
चाँद
लक्ष्मी सिंह
पिता !
पिता !
Kuldeep mishra (KD)
मन ही मन में मुस्कुराता कौन है।
मन ही मन में मुस्कुराता कौन है।
surenderpal vaidya
"साजन लगा ना गुलाल"
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
*कभी मस्तिष्क से ज्यादा, हृदय से काम लेता हूॅं (हिंदी गजल)*
*कभी मस्तिष्क से ज्यादा, हृदय से काम लेता हूॅं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
* तेरी सौग़ात*
* तेरी सौग़ात*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जाना ही होगा 🙏🙏
जाना ही होगा 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"गहरा रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए।
स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए।
Sanjay ' शून्य'
Kitna mushkil hota hai jab safar me koi sath nhi hota.
Kitna mushkil hota hai jab safar me koi sath nhi hota.
Sakshi Tripathi
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बिषय सदाचार
बिषय सदाचार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
घर घर रंग बरसे
घर घर रंग बरसे
Rajesh Tiwari
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
शिक्षक है आदर्श हमारा
शिक्षक है आदर्श हमारा
Harminder Kaur
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
DrLakshman Jha Parimal
।। गिरकर उठे ।।
।। गिरकर उठे ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
Pramila sultan
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
Loading...