तीज
तीज का त्योहार आया है
सबके मन को भाया है।
ठंडी -ठंडी चले पुरवाई
हर तरफ काली घटा छाई
बर्षा में पत्ता-पत्ता नहाया है
तीज का त्योहार आया है।
नदी तालाब सब भर गये
घर-घर झूले पड़ गये
आम ने बगिया को महकाया है
तीज का त्योहार आया है।
सखी सहेली झूला झूलें
आओ मिलकर नभ को छू लें
सावन मन को हर्षाया है
तीज का त्योहार आया है।
गुझिया, घेवर पकवान बनाए
साथ साथ सावन गीत गाएं
सबने घर को सजाया है
तीज का त्योहार आया है।
सबके मन को भाया है।
नूरफातिमा खातून” नूरी ”
कुशीनगर