अर्ज है
प्यार कर लो मेरा अर्ज है, बस मुझे तो तेरा गर्ज है
जी ना पाएंगे हम बिन तेरे सनम
वादे कसमें तेरा हर निभाएगें हम
गर बता दो कोई हर्ज है । बस मुझे ……
हो इजहार कैसा मेरे यार पर
सोचू हरपल यही मैं तुझे याद कर
हर इल्जाम तेरा मेरे सर पे हो
तेरे नजरों से ना दूर जायेगे हम
बस एकबार मौका मुझे दो सनम
तुमसे कहना मेरा फर्ज हैं। बस मुझे तो……….
मेरी धड़कन पे हो आशियाना मेरा
तेरी उलझन मे हो ये दीवाना तेरा
तेरी अश्कों को नीचे छलकने ना दु
तेरी हर गम को तुमसे मिटाऊ सदा
यू मुझे अपनी बाहों मे भर लो सनम
प्यार कर लो मुझे प्यार कर लो सनम
दे दो जो भी तेरा दर्द है | बस मुझे …………….
✍️ बसंत भगवान राय