चिरस्थायी भविष्य के लिए जेंडर समानता
हर बच्चा आगे बढ़ने हेतु तत्पर और तैयार है
लैंगिक असमानता से जकड़ा यह समाज है
अपने ओछी मानसिकता के पिजड़े में बंद यह सारा संसार है
संपूर्ण बदलाव के साथ व्यापक मानसिकता की जरूरत हमें आज है ।।
भगवान ने असमानता कम और समानता ज्यादा दिया है
परन्तु मनुष्य ने इतनी असमानता फैला दिया है
अपने ही लोग अपनों के संग किया करते है भेदभाव
हैरान – परेशान हूँ देखकर इंसान का यह बदलता स्वभाव ।।
बेटियों को भी अच्छी शिक्षा की उत्कट चाह है
धन – दौलत नहीं, आगे बढ़ने की उनकी निगाह में विकसित राह है ।।
प्रत्येक स्त्री को अपने अधिकार के लिए लड़ना होगा
खोखले दिखावेपन को दृढ़ संकल्प से बदलना होगा
लड़को को अगर घूमने – फिरने की है आजादी
तो फिर लड़कियों के लिए क्यों है चारदीवारी ।।
जेंडर समानता के सोच को पूरे संसार में फैलाना होगा
तभी चिरस्थायी विकसित भविष्य का सपना पूरा होगा ।।