चित्रकोट जलप्रपात
भारत का नियाग्रा कहलाता
चित्रकोट जलप्रपात,
बस मंत्रमुग्ध सा रह जाओगे
देख लो इसको आप।
बस्तर की इन्द्रावती नदी में
सौ फुट ऊँचाई से गिरते,
सिंह गर्जना की मानिंद मन में
सिंहरन पैदा करते।
वर्षा-ऋतु में लाल रंग सा
ग्रीष्म में शुभ्र-सफेद,
गजब के मनभावन लगते
एक बार जाकर देख।
जलप्रपात के अद्भुत नजारे
सबके मन को भाते,
जो देख ले एक बार इसे
अक्सर उसे बुलाते।
घोड़े के नाल के समान ही
लगते इसके मुख,
विंध्य पर्वतमालाओं के मध्य
मन को देते सुख।
(मेरी सप्तम काव्य-कृति : ‘सतरंगी बस्तर’ से..)
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत के 100 महान व्यक्तित्व में शामिल
हरफनमौला साहित्य लेखक ।