Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2021 · 1 min read

चाहत

समुंदर के किनारे खेलते बच्चों के बनाए घरों को देखता हूं ,
फिर उन घरों को अपनी ज़द में लेकर मिटाती लहरों को देखता हूं ,
कुछ इसी तरह मैं भी ख़यालों के महल बनाता हूं ,
फिर वक्त की मार से मिटती उनकी हक़ीक़त देखता हूं ,
चाहत बच्चों की तरह मासूम पाक होती है ,
शिद्दते ज़िंदगी से हमेशा दो चार होती है ,
हार मान कर कभी थकती थमती नहीं है ,
हमेशा ख़यालों के महल बनाती रहती है ,

Language: Hindi
199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
ओ माँ मेरी लाज रखो
ओ माँ मेरी लाज रखो
Basant Bhagawan Roy
श्री गणेश स्तुति (भक्ति गीत)
श्री गणेश स्तुति (भक्ति गीत)
Ravi Prakash
2524.पूर्णिका
2524.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पद्मावती छंद
पद्मावती छंद
Subhash Singhai
बहना तू सबला बन 🙏🙏
बहना तू सबला बन 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ऐसे हैं हम तो, और सच भी यही है
ऐसे हैं हम तो, और सच भी यही है
gurudeenverma198
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
Anis Shah
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
कान्हा भजन
कान्हा भजन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरा हर राज़ खोल सकता है
मेरा हर राज़ खोल सकता है
Shweta Soni
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
बड़ा मुंहफट सा है किरदार हमारा
बड़ा मुंहफट सा है किरदार हमारा
ruby kumari
#Dr Arun Kumar shastri
#Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिश्ते के सफर जिस व्यवहार, नियत और सीरत रखोगे मुझसे
रिश्ते के सफर जिस व्यवहार, नियत और सीरत रखोगे मुझसे
पूर्वार्थ
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
लक्ष्मी सिंह
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
ना जाने यूं इश्क़ में एक ही शौक़ पलता है,
ना जाने यूं इश्क़ में एक ही शौक़ पलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह ।
ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह ।
Arvind trivedi
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
जीने का हक़!
जीने का हक़!
कविता झा ‘गीत’
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रोजी रोटी
रोजी रोटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* सत्य पथ पर *
* सत्य पथ पर *
surenderpal vaidya
वक्त की रेत
वक्त की रेत
Dr. Kishan tandon kranti
यादों की सफ़र
यादों की सफ़र"
Dipak Kumar "Girja"
जब वक़्त के साथ चलना सीखो,
जब वक़्त के साथ चलना सीखो,
Nanki Patre
दहेज की जरूरत नहीं
दहेज की जरूरत नहीं
भरत कुमार सोलंकी
हमने सबको अपनाया
हमने सबको अपनाया
Vandna thakur
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...