Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

चाहता है जो

चाहता है जो वो करता क्यों नहीं
जो कर रहा वो भी करता क्यों नहीं
करता है जो वो तू करता क्यों नहीं
सोचा है कभी जो हो रहा है अभी
ये जो रहा है वो सोचा था कभी
दिल पे हाथ रख बोल दे सभी
जो भी है भरा वो खोल दे कहीं
समझता क्यों नहीं सोचता है क्या
जो हुआ सो हुआ आगे बढ़ अभी
सफर अभी यहां रुका है नहीं
कदम अभी तेरे थमे तो है नहीं
आवाज सुन अभी जो दिल में तेरे थी
सुन जरा सुन धुन बना कोई
गीत कोई गा मुस्कुरा अभी
प्यार दे लूटा गम को भूल जा
चल रहे कदम जैसे संग जिन्दगी
चाहता है जो वो करता क्यों नहीं
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)

2 Likes · 461 Views
Books from सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
View all

You may also like these posts

नई किरण रोशनी की ….
नई किरण रोशनी की ….
meenu yadav
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
DrLakshman Jha Parimal
जीवन का संगीत
जीवन का संगीत
Sagar Yadav Zakhmi
◆ आज का दोहा।
◆ आज का दोहा।
*प्रणय*
तेरा यूं मुकर जाना
तेरा यूं मुकर जाना
AJAY AMITABH SUMAN
शुक्ल पक्ष एकादशी
शुक्ल पक्ष एकादशी
RAMESH SHARMA
-मेरा प्यार तुम्ही हो -
-मेरा प्यार तुम्ही हो -
bharat gehlot
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
चुनौति हमेशा बड़ा लेना चाहिए,
चुनौति हमेशा बड़ा लेना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
गुजरे ज़माने वाले।
गुजरे ज़माने वाले।
Taj Mohammad
अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं।
अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
पूर्वार्थ
#माँ गंगा से . . . !
#माँ गंगा से . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
🙏विषय
🙏विषय """श्राद्ध 🙏
umesh mehra
"ऐ इंसान"
Dr. Kishan tandon kranti
रेडियो की यादें
रेडियो की यादें
Sudhir srivastava
आइए मेरे हृदय में
आइए मेरे हृदय में
indu parashar
गीतिका
गीतिका
Mahesh Jain 'Jyoti'
शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है दोस्तों यहां पर,
शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है दोस्तों यहां पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
झूठ का अंत
झूठ का अंत
Shyam Sundar Subramanian
लौटेगी ना फिर कभी,
लौटेगी ना फिर कभी,
sushil sarna
आप चाहे हज़ार लाख प्रयत्न कर लें...
आप चाहे हज़ार लाख प्रयत्न कर लें...
Ajit Kumar "Karn"
बाढ़
बाढ़
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
हिंदी दोहे - सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)
हिंदी दोहे - सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पीपर के पाना
पीपर के पाना
Santosh kumar Miri
श्री राम जी से
श्री राम जी से
Dr.sima
हकीकत
हकीकत
P S Dhami
उफ्फ,
उफ्फ,
हिमांशु Kulshrestha
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
गुमनाम 'बाबा'
मौत की दस्तक
मौत की दस्तक
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...