“चारपाई”
“चारपाई”
तीन टांगें ही सलामत
झोपड़ी में पड़ी चारपाई,
चन्द ईंटों ने कर दी थी
एक टांग की भरपाई।
एक वो दौर था
जब उसकी थी बड़ी शान,
पूरे घर-आँगन में
उसकी थी खास पहचान।
“चारपाई”
तीन टांगें ही सलामत
झोपड़ी में पड़ी चारपाई,
चन्द ईंटों ने कर दी थी
एक टांग की भरपाई।
एक वो दौर था
जब उसकी थी बड़ी शान,
पूरे घर-आँगन में
उसकी थी खास पहचान।