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19 Feb 2021 · 1 min read

चांद के संग

हर रात
चांद के संग
एक सपनों सी सुंदर
कहानी लिखूं
सुरमई मधुरता की तर्ज पर
जिन्दगी एक सुहानी रचूं
पलकों की चिलमन से
लटक जाऊं और
चांदनी की रोशनी सी
झिलमिलाती
एक चुनर पर सुनहरी गोटे के सितारे टांकू
तक तक तकूं
बिना पलक झपकाये
मन के धागे मैं
उसके मन से जोड़कर
प्यार की कोई निशानी बुनू।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
247 Views
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