-चरवेति-चरवेति आया 2024
– चरवेति-चरवेति आया 2024
पुरातन छोड़ नूतन की ओर करो गमन
वर्ष 2023बीत जाएगा नववर्ष में भोर संग।
साल यह बीतेगा आज और भी होंगे नए हम,
चलते रहो चलते रहेंगे कभी ना थमेगें यह कदम,
नव ऊर्जा,नव संचार से भरे पल 2024आऐगा कल।
आओ सब मिलकर नववर्ष का करें सुस्वागतम,
महके दिशाएं मन प्रीत बढ़ाएं करिए नव उत्कर्ष।
मन अभिलाषा नूतन आंनद हर चेहरे पर हो हर्ष।
पिछला दर्द पीर जलन भुला आओ आगे बढ़ाए कदम,
नववर्ष के नवदिन का पहली सुनहरी किरन संग
सूरज आलोक निराला कोहरा छांट दिखाएगा गगन,
नव उम्मीद ,नव उमंग ,मन ख्बाव सब हो स्वर्णिम,
खुशियों की चहचहाहट से चहके भी हर एक बिहंग,
चाह यही सदा ‘सीमा’ की सभी के सपनों में भरे रंग।
मिटे दूरियां,भागे नफरत मंगलमय हो सबका नववर्ष,
वैर भुलाएं, प्रीत बढ़ाएं सच्चा भाव भरे अंतर्मन,
जीव-जड़,चेतन-अवचेतन खिले, खिल उठे चमन।
-सीमा गुप्ता, अलवर राजस्थान