” घोंघा “
” घोंघा ”
ओ भोले-भाले घोंघा जी
न काटते न झपटते
खून तक नहीं पीते,
कीचड़ में रहकर
सिर्फ पानी पर जीते।
हमारी ये सलाह है
दुनिया से मत डरिए,
खोल से निकलकर
अब सिर उठाकर चलिए।
” घोंघा ”
ओ भोले-भाले घोंघा जी
न काटते न झपटते
खून तक नहीं पीते,
कीचड़ में रहकर
सिर्फ पानी पर जीते।
हमारी ये सलाह है
दुनिया से मत डरिए,
खोल से निकलकर
अब सिर उठाकर चलिए।