Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2017 · 1 min read

गौं मांता

?गौ-माता”?

गाय हमारी वो माता है
जिसे हर युग में पूजा जाता है,
कहते हैं इसकी सेवा कर के,
हर मानव तर जाता है….

जो चाहे जैसे रख ले,
मां कहां शिकायत करती है??
रुखी-सूखी खा कर भी
मां अमृत-वर्षा करती है ॥

इंसान के लिए गाय सर्वस्व काम आए,
चाहे तो धन का सौदा करे,चाहे पुण्य कमाए,

कहते हैं गाय,गीता,गंगा
ये तीनों स्वर्ग की सीढ़ी हैं,
फिर क्यूं इन्हें नजर-अंदाज कर,
आगे बढ़ रही पीढ़ी है ??

यकीं है,
गाै माता के यश-वैभव को
हम फिर वापस लाएंगे,
माना है मां तो पुत्र बन कर,
इसकी लाज बचाएंगे ॥

दिनांक/16/10/2016
? प्रमोद रघुवंशी

Language: Hindi
245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
# खरी बातें
# खरी बातें
DrLakshman Jha Parimal
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
Ajit Kumar "Karn"
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
Neeraj Agarwal
అమ్మా దుర్గా
అమ్మా దుర్గా
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
VEDANTA PATEL
3762.💐 *पूर्णिका* 💐
3762.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
पूर्वार्थ
प्रेम जीवन धन गया।
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
ये मत पूछो यारों, मेरी क्या कहानी है,
ये मत पूछो यारों, मेरी क्या कहानी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
घर
घर
Slok maurya "umang"
मनुष्य अंत काल में जिस जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर त्य
मनुष्य अंत काल में जिस जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर त्य
Shashi kala vyas
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
Piyush Goel
रिश्तों को आते नहीं,
रिश्तों को आते नहीं,
sushil sarna
*दादाजी (बाल कविता)*
*दादाजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
थोङी थोड़ी शायर सी
थोङी थोड़ी शायर सी
©️ दामिनी नारायण सिंह
कोई बात नहीं, कोई शिकवा नहीं
कोई बात नहीं, कोई शिकवा नहीं
gurudeenverma198
"आधी दुनिया"
Dr. Kishan tandon kranti
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं गुरु पूजन
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं गुरु पूजन
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🙅ऑफर🙅
🙅ऑफर🙅
*प्रणय*
होली
होली
Mukesh Kumar Sonkar
भगवता
भगवता
Mahender Singh
5
5"गांव की बुढ़िया मां"
राकेश चौरसिया
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
*Treasure the Nature*
*Treasure the Nature*
Poonam Matia
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
Neelofar Khan
ग़ज़ल(उनकी नज़रों से ख़ुद को बचाना पड़ा)
ग़ज़ल(उनकी नज़रों से ख़ुद को बचाना पड़ा)
डॉक्टर रागिनी
Read in English
Read in English
Rituraj shivem verma
दो किनारे हैं दरिया के
दो किनारे हैं दरिया के
VINOD CHAUHAN
भज ले भजन
भज ले भजन
Ghanshyam Poddar
Loading...