गोरा है वो फिर भी काला लगता है।
गज़ल
गोरा है वो फिर भी काला लगता है।
बीबी का भाई है साला लगता है।😊
घर पर जब भी आती है साली मेरी,
साढ़ू मुझको इक रखवाला लगता है।
यमुना की हालत अब ऐसी है यारो,
लोगों को ये गंदा नाला लगता है।
टूटे फ़ूटे प्याले मय की गंध भरे,
घर उसका मुझको मधुशाला लगता है।
उलझे बिजली के तारों को क्या कहिए,
बिल्कुल मकड़ी का सा जाला लगता है।
चाय पिला दे अपने हाथों से गर वो,
मुझको तो वो मय का प्याला लगता है।
माता पिता की पूजा करते जो प्रेमी,
घर भी उनका एक शिवाला लगता है।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी