Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
5 Sep 2024 · 1 min read
” गुल “
” गुल ”
मुस्कुरा कर दिल मेरा तुम क्यों चुराते हो,
ये तो बताओ गुल तुम क्यों खिलाते हो?
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 65 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
रुख़ से परदा हटाना मजा आ गया।
पंकज परिंदा
अरे ! मुझसे मत पूछ
VINOD CHAUHAN
मुश्किल हालात जो आए
Chitra Bisht
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
Neeraj Agarwal
बेगुनाही एक गुनाह
Shekhar Chandra Mitra
4460.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भारत के बीर सपूत
Dinesh Kumar Gangwar
..
*प्रणय*
"सलीका"
Dr. Kishan tandon kranti
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इज़ाजत लेकर जो दिल में आए
शेखर सिंह
पूरी ज़िंदगी भर तन्हा रहना एक जबरदस्त नशा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Shayari
Sahil Ahmad
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी
Phool gufran
एक शे'र
रामश्याम हसीन
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
मैं अशुद्ध बोलता हूं
Keshav kishor Kumar
प्रतीक्षा
Rashmi Sanjay
बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल-
Shreedhar
ज़िंदगी कुछ भी फैसला दे दे ।
Dr fauzia Naseem shad
"गुरु पूर्णिमा" की हार्दिक शुभकामनाएं....
दीपक श्रीवास्तव
आज दिवाकर शान से,
sushil sarna
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
बंद पंछी
लक्ष्मी सिंह
कर्म
Dhirendra Singh
तर्क-ए-उल्फ़त
Neelam Sharma
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
Harminder Kaur
मज़हब नहीं सिखता बैर 🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
दो इंसानों के बीच यदि किसी मतभेद के कारण दूरियां बनी हो और आ
shubham saroj
Loading...