गुलाब
हाँ मैं गुलाब हूँ
वही गुलाब
जो सौंप देता है
अपने आप को
हर किसी के हाथ में
खुद टूटकर करवाता है
इश्क मुकम्मल
राज स्वामी
हाँ मैं गुलाब हूँ
वही गुलाब
जो सौंप देता है
अपने आप को
हर किसी के हाथ में
खुद टूटकर करवाता है
इश्क मुकम्मल
राज स्वामी