Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2023 · 1 min read

गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु

गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
हाथ जोड़ वन्दन करु जग कल्याणम् गुरु गुरु

सद्कवि – प्रेमदास वसु सुरेखा

1 Like · 253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दाना
दाना
Satish Srijan
सीख
सीख
Sanjay ' शून्य'
उत्तर नही है
उत्तर नही है
Punam Pande
होटल में......
होटल में......
A🇨🇭maanush
पेड़ और ऑक्सीजन
पेड़ और ऑक्सीजन
विजय कुमार अग्रवाल
🙅घनघोर विकास🙅
🙅घनघोर विकास🙅
*प्रणय प्रभात*
तेरी यादें
तेरी यादें
Neeraj Agarwal
प्रथम गुरु
प्रथम गुरु
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
घर घर रंग बरसे
घर घर रंग बरसे
Rajesh Tiwari
*पानी सबको चाहिए, पक्षी पशु इंसान (कुंडलिया)*
*पानी सबको चाहिए, पक्षी पशु इंसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"सृजन"
Dr. Kishan tandon kranti
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
Shashi kala vyas
दिल हो काबू में....😂
दिल हो काबू में....😂
Jitendra Chhonkar
डिप्रेशन कोई मज़ाक नहीं है मेरे दोस्तों,
डिप्रेशन कोई मज़ाक नहीं है मेरे दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चुप्पी!
चुप्पी!
कविता झा ‘गीत’
हिसाब हुआ जब संपत्ति का मैंने अपने हिस्से में किताबें मांग ल
हिसाब हुआ जब संपत्ति का मैंने अपने हिस्से में किताबें मांग ल
Lokesh Sharma
कहो जय भीम
कहो जय भीम
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
बेशक हम गरीब हैं लेकिन दिल बड़ा अमीर है कभी आना हमारे छोटा स
बेशक हम गरीब हैं लेकिन दिल बड़ा अमीर है कभी आना हमारे छोटा स
Ranjeet kumar patre
यूँ ही नही लुभाता,
यूँ ही नही लुभाता,
हिमांशु Kulshrestha
खींच रखी हैं इश्क़ की सारी हदें उसने,
खींच रखी हैं इश्क़ की सारी हदें उसने,
शेखर सिंह
फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं
फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सुहाता बहुत
सुहाता बहुत
surenderpal vaidya
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
Kumar lalit
सीख (नील पदम् के दोहे)
सीख (नील पदम् के दोहे)
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....!
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....!
Deepak Baweja
तन्हायी
तन्हायी
Dipak Kumar "Girja"
बड़ा ही अजीब है
बड़ा ही अजीब है
Atul "Krishn"
इक दूजे पर सब कुछ वारा हम भी पागल तुम भी पागल।
इक दूजे पर सब कुछ वारा हम भी पागल तुम भी पागल।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...