गुम है
अब,
गांव से
गुम हैं
पाठशाला के
साथ जुडे
बडे बडे मैदान
उन मैदानों से
कबडडी की आवाज
खो- खो की दौड
रूमाल झपट्टा
आम, इमली, अमरूद
उडती हुई पतंग
कुश्ती और कसरत
कच्ची पगडंडी।
बरसात का मजा
अब गांव से
गुम हैं।
डा. पूनम पांडे
अब,
गांव से
गुम हैं
पाठशाला के
साथ जुडे
बडे बडे मैदान
उन मैदानों से
कबडडी की आवाज
खो- खो की दौड
रूमाल झपट्टा
आम, इमली, अमरूद
उडती हुई पतंग
कुश्ती और कसरत
कच्ची पगडंडी।
बरसात का मजा
अब गांव से
गुम हैं।
डा. पूनम पांडे