Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

गुमनाम……..

कभी सुर्खियों में था आज गुमनाम हूँ।
रौनके महफिल का आज बदनाम हूँ॥

जो थकते थे ना लब कभी मेरे जिक्र में।
आज चर्चा भी नहीं होती कि मैं इंसान हूँ॥

मेरे आने छा जाती थी रोशनी जहाँ।
आज कहते है कि बुझता हुआ मैं चिराग हूँ॥

बदल गई है इंसान की इंसानियत इतनी।
गैर तो गैर अपने भी नहीं समझते की मैं इंसान हूँ।।

बिकाउ हो गई है सारे रिश्ते इस जहां में।
जिसका लगता नही मोल वह मैं समान हूँ।।

सहेज रहा हूँ जिंदगी के बिखरे पन्ने को।
गर्द से ढ़की हुई वही मैं किताब हूँ।।
*****

Language: Hindi
1 Like · 145 Views
Books from Awadhesh Kumar Singh
View all

You may also like these posts

कोई पूछे तो
कोई पूछे तो
Surinder blackpen
उसी वादी में
उसी वादी में
Kanchan Advaita
खंजर
खंजर
Kshma Urmila
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
पूर्वार्थ
कुंडलिनी
कुंडलिनी
Rambali Mishra
तुम और मैं
तुम और मैं
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरे प्रभु राम आए हैं
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
3375⚘ *पूर्णिका* ⚘
3375⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वीर बाल दिवस
वीर बाल दिवस
ललकार भारद्वाज
" गुमान "
Dr. Kishan tandon kranti
இந்த உலகில்
இந்த உலகில்
Otteri Selvakumar
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Srishty Bansal
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
*प्रणय*
* प्रीति का भाव *
* प्रीति का भाव *
surenderpal vaidya
*सांच को आंच नहीं*
*सांच को आंच नहीं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
उम्र अपना
उम्र अपना
Dr fauzia Naseem shad
23. *बेटी संग ख्वाबों में जी लूं*
23. *बेटी संग ख्वाबों में जी लूं*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
शृंगार छंद और विधाएँ
शृंगार छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
धैर्य
धैर्य
Sanjay ' शून्य'
उपहास
उपहास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Ice
Ice
Santosh kumar Miri
न जाने कहाँ फिर से, उनसे मुलाकात हो जाये
न जाने कहाँ फिर से, उनसे मुलाकात हो जाये
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रोटी रूदन
रोटी रूदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दोहा पंचक. . . . .
दोहा पंचक. . . . .
sushil sarna
मधुमाती होली
मधुमाती होली
C S Santoshi
कभी कभी
कभी कभी
Sûrëkhâ
अश'आर हैं तेरे।
अश'आर हैं तेरे।
Neelam Sharma
Loading...