शुभ प्रभात
? जय श्री कृष्ण?
काम और आराम दिन और रात की तरह है।
वक्त के मुताबिक दोनों छोटे और बड़े होते है।
जो बना लेते है सन्तुलन इनमें समझकर।
वो ही लोग अग्रिम पंक्ति में खड़े होते है।
**अटरूटॉप**
? जय श्री कृष्ण?
काम और आराम दिन और रात की तरह है।
वक्त के मुताबिक दोनों छोटे और बड़े होते है।
जो बना लेते है सन्तुलन इनमें समझकर।
वो ही लोग अग्रिम पंक्ति में खड़े होते है।
**अटरूटॉप**