Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2024 · 1 min read

गीत- कभी हँसकर कभी रोकर…

गीत- कभी हँसकर कभी रोकर…

कभी हँसकर कभी रोकर सभी का वक़्त बीतेगा।
कभी पाकर कभी खोकर सभी का वक़्त बीतेगा।।

निराशा से ज़रा हँसकर मिलो खुलकर हराओ तुम।
बनो ऐसे कि आँखों से सदा काजल चुराओ तुम।
कभी मिलकर ज़ुदा होकर सभी का वक़्त बीतेगा।
कभी पाकर कभी खोकर सभी का वक़्त बीतेगा।।

फ़िदा होना ज़ुदा होना यही सच है ज़माने का।
मिला क़िस्मत लिखा सबको न सोचो तुम भुलाने का।
कभी छूकर कभी हटकर सभी का वक़्त बीतेगा।
कभी पाकर कभी खोकर सभी का वक़्त बीतेगा।।

करो अच्छा कहो सच्चा बनो बच्चा हमेशा ही।
मिलेगा प्यार चाहत सब रखो इच्छा हमेशा ही।
कभी पीकर कभी खाकर सभी का वक़्त बीतेगा।
कभी पाकर कभी खोकर सभी का वक़्त बीतेगा।।

आर. एस. ‘प्रीतम’

1 Like · 92 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
पसीने वाली गाड़ी
पसीने वाली गाड़ी
Lovi Mishra
हशरत नहीं है कि, तुम हमें चाहों।
हशरत नहीं है कि, तुम हमें चाहों।
Annu Gurjar
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
Dr.Rashmi Mishra
"बैठे हैं महफ़िल में इसी आस में वो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
Ritu Asooja
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
छंद मुक्त कविता : जी करता है
छंद मुक्त कविता : जी करता है
Sushila joshi
9. पोंथी का मद
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
Sanjay ' शून्य'
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
surenderpal vaidya
रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
विवेकवान मशीन
विवेकवान मशीन
Sandeep Pande
संगीत
संगीत
Vedha Singh
दीपोत्सव
दीपोत्सव
Bodhisatva kastooriya
किसी को फर्क भी नही पड़ता
किसी को फर्क भी नही पड़ता
पूर्वार्थ
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
gurudeenverma198
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
Dr. Man Mohan Krishna
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
स्मृति प्रेम की
स्मृति प्रेम की
Dr. Kishan tandon kranti
*पिता*...
*पिता*...
Harminder Kaur
जिंदगी रोज़ नये जंग दिखाए हमको
जिंदगी रोज़ नये जंग दिखाए हमको
Shweta Soni
स्वयं के स्वभाव को स्वीकार और रूपांतरण कैसे करें। रविकेश झा।
स्वयं के स्वभाव को स्वीकार और रूपांतरण कैसे करें। रविकेश झा।
Ravikesh Jha
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
Rachana
3863.💐 *पूर्णिका* 💐
3863.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
இந்த உலகில்
இந்த உலகில்
Otteri Selvakumar
मानवता
मानवता
विजय कुमार अग्रवाल
उस चाँद की तलाश में
उस चाँद की तलाश में
Diwakar Mahto
बसंत
बसंत
manjula chauhan
इश्क़ हो
इश्क़ हो
हिमांशु Kulshrestha
Loading...