Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2022 · 1 min read

गिरधर से लागा मेरा मन

गिरधर से लागा मेरा मन
—————————-
कान्हा से जो लागा मेरा मन,
में तो हो गई बहुत मगन ।
बन गई मैं कान्हा की जोगन,
मन में लागी ऐसी लगन ।
तुमको ही अर्पण मेरा जीवन,
अब कुछ भी नहीं तुमरे बिन।
पूजा कंरू में सांझ सबेरे ,
पथ में निहारूं रात दिन।
मेरा संसार भी तू,साज भी तू कान्हा,
मुरली मनोहर, मेरे गिरधर आओ
मेरे द्वारे।
मुझ विरहन की पीड़ा हर लो,
आकर प्रीतम प्यारे ।
मेरी हर धड़कन में तू कान्हा ,
तेरे नाम की माला जपती
कण-कण में तू ही नजर आता कान्हा।
तुम्हरे चरणों की जो में रज पाती,
जीवन अपना में सफल कर पाती।
मुझ जोगन को दे दो सहारा,
मुझको मिल जायेगा किनारा।
दर-दर भटकूं मिलने की आस लिए,
दर्शन दे दो आकर मुझको,
अंखियां तरसे दरश लिए!!!

सुषमा सिंह*उर्मि,,

Language: Hindi
345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
ऐ जिन्दगी तूं और कितना इम्तिहान लेंगी
ऐ जिन्दगी तूं और कितना इम्तिहान लेंगी
Keshav kishor Kumar
प्रकृति (द्रुत विलम्बित छंद)
प्रकृति (द्रुत विलम्बित छंद)
Vijay kumar Pandey
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
ह्रदय की स्थिति की
ह्रदय की स्थिति की
Dr fauzia Naseem shad
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
sushil sarna
"कहने में"
Dr. Kishan tandon kranti
गंगा मैया
गंगा मैया
Kumud Srivastava
अधर मौन थे, मौन मुखर था...
अधर मौन थे, मौन मुखर था...
डॉ.सीमा अग्रवाल
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
कवि दीपक बवेजा
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
सत्य कुमार प्रेमी
🥀*गुरु चरणों की धूलि*🥀
🥀*गुरु चरणों की धूलि*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बाजार  में हिला नहीं
बाजार में हिला नहीं
AJAY AMITABH SUMAN
जीया ख़ान ख़ान
जीया ख़ान ख़ान
goutam shaw
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
Phool gufran
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
इन दिनों शहर में इक अजब सा माहौल है,
इन दिनों शहर में इक अजब सा माहौल है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चेहरे पे चेहरा (ग़ज़ल – विनीत सिंह शायर)
चेहरे पे चेहरा (ग़ज़ल – विनीत सिंह शायर)
Vinit kumar
तीर्थों का राजा प्रयाग
तीर्थों का राजा प्रयाग
Anamika Tiwari 'annpurna '
हर बार सफलता नहीं मिलती, कभी हार भी होती है
हर बार सफलता नहीं मिलती, कभी हार भी होती है
पूर्वार्थ
बँटवारे का दर्द
बँटवारे का दर्द
मनोज कर्ण
दोस्तों की महफिल में वो इस कदर खो गए ,
दोस्तों की महफिल में वो इस कदर खो गए ,
Yogendra Chaturwedi
अगर न बने नये रिश्ते ,
अगर न बने नये रिश्ते ,
शेखर सिंह
*कस्तूरबा गाँधी पक्षी-विहार की सैर*
*कस्तूरबा गाँधी पक्षी-विहार की सैर*
Ravi Prakash
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
Sahil Ahmad
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
4694.*पूर्णिका*
4694.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
നല്ല നാളുകൾ.
നല്ല നാളുകൾ.
Heera S
जैसा सोचा था वैसे ही मिला मुझे मे बेहतर की तलाश मे था और मुझ
जैसा सोचा था वैसे ही मिला मुझे मे बेहतर की तलाश मे था और मुझ
Ranjeet kumar patre
दामन जिंदगी का थामे
दामन जिंदगी का थामे
Chitra Bisht
Loading...