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4 Jun 2024 · 1 min read

“गारा”

“गारा”
महसूस करके देखना
अदृश्य मगर हर जगह है
सबको जोड़ने वाला
कोई न कोई गारा,
समाज हों, घर-परिवार हों
चाहे कोई सरकार हों
बगैर गारे का
कहीं होता नहीं गुजारा।

3 Likes · 2 Comments · 95 Views
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