Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

गांवों में शहर का जन्म हो रहा है

बदलते परिवेश में
अटपटे
भावोवेश में
गाँव का
बदल रहा
हिस्ट्री,
जियोग्राफ़िया।
खलिहर बैठें
मनो मस्तिष्क
में शून्य लिए
खूब हो रहे
अपराध है।
सड़कों की
बदल रही
लम्बाई
चौड़ाई
बदल रहा
घर का
परिमाप है।
गाँवों में
शहर
का जन्म
हो रहा है!

1 Like · 48 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Akib Javed
View all
You may also like:
कर ले प्यार हरि से
कर ले प्यार हरि से
Satish Srijan
अपने आँसू
अपने आँसू
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2388.पूर्णिका
2388.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
प्रेममे जे गम्भीर रहै छैप्राय: खेल ओेकरे साथ खेल खेलाएल जाइ
प्रेममे जे गम्भीर रहै छैप्राय: खेल ओेकरे साथ खेल खेलाएल जाइ
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
भाई
भाई
Kanchan verma
दोहे
दोहे
डॉक्टर रागिनी
सत्याधार का अवसान
सत्याधार का अवसान
Shyam Sundar Subramanian
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
manjula chauhan
*गर्मी में शादी (बाल कविता)*
*गर्मी में शादी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
ब्याहता
ब्याहता
Dr. Kishan tandon kranti
नया साल
नया साल
Mahima shukla
जय मां ँँशारदे 🙏
जय मां ँँशारदे 🙏
Neelam Sharma
फटा जूता
फटा जूता
Akib Javed
क्या खोकर ग़म मनाऊ, किसे पाकर नाज़ करूँ मैं,
क्या खोकर ग़म मनाऊ, किसे पाकर नाज़ करूँ मैं,
Chandrakant Sahu
नरम दिली बनाम कठोरता
नरम दिली बनाम कठोरता
Karishma Shah
कब मिलोगी मां.....
कब मिलोगी मां.....
Madhavi Srivastava
तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है
तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है
शेखर सिंह
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
आकाश के नीचे
आकाश के नीचे
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
■ जागो या फिर भागो...!!
■ जागो या फिर भागो...!!
*Author प्रणय प्रभात*
छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार
छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार
Mukesh Kumar Sonkar
धार्मिकता और सांप्रदायिकता / MUSAFIR BAITHA
धार्मिकता और सांप्रदायिकता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मैं शायर भी हूँ,
मैं शायर भी हूँ,
Dr. Man Mohan Krishna
रविवार की छुट्टी
रविवार की छुट्टी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
सावन सूखा
सावन सूखा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
करवा चौथ
करवा चौथ
नवीन जोशी 'नवल'
कभी फुरसत मिले तो पिण्डवाड़ा तुम आवो
कभी फुरसत मिले तो पिण्डवाड़ा तुम आवो
gurudeenverma198
Loading...