गांधीजी का भारत
कितने ही लोगों ने भारत की आजादी में अपना जीवन बलिदान दिया।
फिर किसने कैसे और क्यों गांधीजी को राष्ट्रपिता का नाम दिया।।
बोस बिस्मिल भगत दयानंद जैसे कितनों ने तो जीवन बलिदान किया।
फिर किसने कैसे और क्यों गांधीजी को राष्ट्रपिता का नाम दिया।।
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव तो जीता बोस ने पर गांधी ने इसको नहीं स्वीकार किया।
गांधीजी ने कहा सुभाष तूने नेहरू को नहीं मुझको इस चुनाव में हरा दिया।।
मांग लिया इस्तीफा सुभाष से और नेहरू को कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया।
बस इसलिए नेहरू जी ने गांधीजी को पुरुस्कार में राष्ट्रपिता का नाम दिया।।
भारत की संसद ने किसी भी युग में या फिर कभी भी क्या कोई प्रस्ताव पास किया।
जिसके दम पर कांग्रेस ने गांधीजी को भारत के राष्ट्रपिता का नाम दिया।।
सोचो गांधीजी ने अंग्रेजों से मिलकर भारत को कैसे इंडिया बना दिया।
इंडिया नाम बदलकर जिसने देश संग गद्दारी करने जैसा काम किया।
बस इसलिए नेहरू जी ने गांधीजी को पुरुस्कार में राष्ट्रपिता का नाम दिया।।
कहे विजय बिजनौरी साजिश कर देश का इतिहास ही जिसने बदल दिया।
और साजिश के तहत बलिदानियों की छवि को धूमिल कर जिसने पेश किया।।
राष्ट्र बड़ा है या व्यक्ति इसका कभी भी नेहरू ने नहीं विचार किया।
बस इसलिए नेहरू जी ने गांधीजी को पुरुस्कार में राष्ट्रपिता का नाम दिया।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।