Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2023 · 1 min read

#ग़ज़ल

#ग़ज़ल

लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से
किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1

मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी
हँसी तेरी सदा चाहूँ मुहब्बत के इशारों से/2

बिना तेरे ज़िग़र सूना रहे दिल भी निराशा में
चमन जैसे उजड़ जाए बिना मिलके बहारों से/3

मिली थी अज़नबी बनकर मगर अब जान हो मेरी
नहीं भाए मुझे दुनिया बिना तेरे नज़ारों से/4

तुझे चाहूँ तुझे सुनता रहूँ पलपल नफ़ासत से
रखेगी दूर उल्फ़त ये शिकायत की दरारों से/5

कभी सूरत मुझे भायी वही है खींचती मुझको
लहर मोती यहाँ बनना टकर चाहे किनारों से/6

मिरे ‘प्रीतम’ तुम्हीं दिल की यहाँ बस्ती खिलाए हो
खिला करते यहाँ दिल ज्यों नमन करके मिनारों से/7

#आर.एस.’प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित ग़ज़ल

Language: Hindi
1 Like · 185 Views
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

*चिंता और चिता*
*चिंता और चिता*
VINOD CHAUHAN
कभी-कभी ..
कभी-कभी ..
Madhuri mahakash
पंछी अब तुम कब लौटोगे?
पंछी अब तुम कब लौटोगे?
Dr. Sukriti Ghosh
चुरा लेना खुबसूरत लम्हें उम्र से,
चुरा लेना खुबसूरत लम्हें उम्र से,
Ranjeet kumar patre
3865.💐 *पूर्णिका* 💐
3865.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*****हॄदय में राम*****
*****हॄदय में राम*****
Kavita Chouhan
कमबख़्त इश़्क
कमबख़्त इश़्क
Shyam Sundar Subramanian
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
पूर्वार्थ
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
Taj Mohammad
श्री राधा !
श्री राधा !
Mahesh Jain 'Jyoti'
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
"जीने के लिए "
Dr. Kishan tandon kranti
ଅହଙ୍କାର
ଅହଙ୍କାର
Bidyadhar Mantry
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
Yogendra Chaturwedi
- बदलते ख्वाब -
- बदलते ख्वाब -
bharat gehlot
रहस्य
रहस्य
Rambali Mishra
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
खुदा का नाम बदनाम कर दिया ...
खुदा का नाम बदनाम कर दिया ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
* फर्क दिलों-जिस्म में हो ना *
* फर्क दिलों-जिस्म में हो ना *
भूरचन्द जयपाल
लेखाबंदी
लेखाबंदी
Deepali Kalra
!! शब्द !!
!! शब्द !!
Akash Yadav
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
विद्यार्थी जीवन
विद्यार्थी जीवन
Santosh kumar Miri
..
..
*प्रणय*
खुशी
खुशी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मुझमें गांव मौजूद है
मुझमें गांव मौजूद है
अरशद रसूल बदायूंनी
*तानाशाहों को जब देखा, डरते अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/गीतिका】
*तानाशाहों को जब देखा, डरते अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/गीतिका】
Ravi Prakash
मिट्टी से मिट्टी तक का सफ़र
मिट्टी से मिट्टी तक का सफ़र
Rekha khichi
सपनों की उड़ान
सपनों की उड़ान
कार्तिक नितिन शर्मा
Loading...