Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Nov 2022 · 1 min read

ग़ज़ल

उनके दिल से उतरना बाकी है
यानी ग़म को निखरना बाक़ी है

दिल तो कब का वो तोड़ बैठे हैं
सिर्फ़ टुकड़े बिखरना बाक़ी है

रुक जा इक पल तू ऐ क़ज़ा मेरी
ज़िन्दगी को संवरना बाक़ी है

जल गईं दिल की हसरतें मेरी
अब तो बस आह भरना बाक़ी है

ज़िन्दगी मौत से जहाँ मिलती
ऐसी हद से गुज़रना बाक़ी है

होके रुसवा जहां में अब ख़ुद से
चाक़ दामन ये करना बाक़ी है

छा गई मौत सिर पे ऐ प्रीतम
दिल की धड़कन ठहरना बाक़ी है

प्रीतम श्रावस्तवी
श्रावस्ती (उ०प्र०)

Language: Hindi
84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर मंदिर में दीप जलेगा
हर मंदिर में दीप जलेगा
Ansh
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
Manisha Manjari
अपनी वाणी से :
अपनी वाणी से :
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धैर्य धरोगे मित्र यदि, सब कुछ होता जाय
धैर्य धरोगे मित्र यदि, सब कुछ होता जाय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*बाल गीत (सपना)*
*बाल गीत (सपना)*
Rituraj shivem verma
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
Shalini Mishra Tiwari
युद्ध घोष
युद्ध घोष
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
कवि रमेशराज
नया
नया
Neeraj Agarwal
परिस्थितीजन्य विचार
परिस्थितीजन्य विचार
Shyam Sundar Subramanian
*जानो कछुआ देवता, हुआ कूर्म-अवतार (कुंडलिया)*
*जानो कछुआ देवता, हुआ कूर्म-अवतार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आखिर कब तक ?
आखिर कब तक ?
Dr fauzia Naseem shad
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
डॉ. दीपक मेवाती
दृष्टि
दृष्टि
Ajay Mishra
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
दुष्यन्त 'बाबा'
संबंधों के नाम बता दूँ
संबंधों के नाम बता दूँ
Suryakant Dwivedi
पीर पराई
पीर पराई
Satish Srijan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर  में  व्यापार में ।
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं ।
यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं ।
Ashwini sharma
रिश्ते
रिश्ते
Mamta Rani
एक प्रभावी वक्ता को
एक प्रभावी वक्ता को
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी भैंस को डण्डा क्यों मारा
मेरी भैंस को डण्डा क्यों मारा
gurudeenverma198
बरसात के दिन
बरसात के दिन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भगवावस्त्र
भगवावस्त्र
Dr Parveen Thakur
जब जब तेरा मजाक बनाया जाएगा।
जब जब तेरा मजाक बनाया जाएगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
मुझको कभी भी आजमाकर देख लेना
मुझको कभी भी आजमाकर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
"यही वक्त है"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"शिक्षक"*
Shashi kala vyas
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...