Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2017 · 1 min read

ग़ज़ल

तिरही ग़ज़ल
मापनी-२१२२ २१२२ २१२
काफिया-आना
रदीफ़- चाहिए

दर्द को दिल में छिपाना चाहिए।
अश्क आँखों में न आना चाहिए।

ज़ख्म उल्फ़त में मिले उपहार से
हर सितम को आजमाना चाहिए।

टूट दर्पण के हँसे टुकड़े सभी
दिल फ़रेबी का लजाना चाहिए।

ढूँढ़ लेती याद तेरी है मुझे
मकबरा दिल का बनाना चाहिए।

रख चिरागे याद,रजनी द्वार पर
रोशनी कर मुस्कुराना चाहिए।

डॉ रजनी अग्लरवाल”वाग्देवी रत्ना”
महमूरगंज, वाराणसी
संपादिका-साहित्य धरोहर

268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
Shweta Soni
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
Neeraj Agarwal
"सफलता का राज"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार जिंदगी का
प्यार जिंदगी का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भीनी भीनी आ रही सुवास है।
भीनी भीनी आ रही सुवास है।
Omee Bhargava
*माँ*
*माँ*
Naushaba Suriya
इक शे'र
इक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आदतों में तेरी ढलते-ढलते, बिछड़न शोहबत से खुद की हो गयी।
आदतों में तेरी ढलते-ढलते, बिछड़न शोहबत से खुद की हो गयी।
Manisha Manjari
अंधेरे के आने का खौफ,
अंधेरे के आने का खौफ,
Buddha Prakash
*रोना-धोना छोड़ कर, मुस्काओ हर रोज (कुंडलिया)*
*रोना-धोना छोड़ कर, मुस्काओ हर रोज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3121.*पूर्णिका*
3121.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तेरे भीतर ही छिपा, खोया हुआ सकून
तेरे भीतर ही छिपा, खोया हुआ सकून
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
नेता बनाम नेताजी(व्यंग्य)
नेता बनाम नेताजी(व्यंग्य)
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
हृद्-कामना....
हृद्-कामना....
डॉ.सीमा अग्रवाल
ये
ये "परवाह" शब्द वो संजीवनी बूटी है
शेखर सिंह
अनुराग
अनुराग
Bodhisatva kastooriya
दिल  धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मुस्कुरा दो ज़रा
मुस्कुरा दो ज़रा
Dhriti Mishra
'लक्ष्य-1'
'लक्ष्य-1'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सत्य दीप जलता हुआ,
सत्य दीप जलता हुआ,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
फिर झूठे सपने लोगों को दिखा दिया ,
फिर झूठे सपने लोगों को दिखा दिया ,
DrLakshman Jha Parimal
हूं बहारों का मौसम
हूं बहारों का मौसम
साहित्य गौरव
सिंदूर..
सिंदूर..
Ranjeet kumar patre
କେବଳ ଗୋଟିଏ
କେବଳ ଗୋଟିଏ
Otteri Selvakumar
कहने को तो इस जहां में अपने सब हैं ,
कहने को तो इस जहां में अपने सब हैं ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
रंगो का है महीना छुटकारा सर्दियों से।
रंगो का है महीना छुटकारा सर्दियों से।
सत्य कुमार प्रेमी
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
पूर्वार्थ
Loading...