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24 Mar 2020 · 1 min read

ग़ज़ल

कह रहे हैं कि कोई बात नहीं
कोरोना का कोई इलाज नहीं

महामरी तो ‌‌‌फैलती हीं जाय रब
लोग बैठे घर में काम काज नहीं

हाथ धोवे रखें खूबसाफ़ सफाई
रहें घर पार्लर, पार्टी अब,आज नही

आया बड़ा बदलाव जीवन में
करें नमस्कार कोई लाज नहीं

सारे ओहदे फिके लगने लगे हैं
अब इस जीवन में नाज़ नहीं

कितने गुनाह हमसे हुए होंगे” नूरी”
कैसे कह दूं कि मुझमें दाग़ नहीं।

नूरफातिमा खातून ” नूरी”
२४/३/२०२०

2 Likes · 2 Comments · 316 Views
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