Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2019 · 1 min read

ग़ज़ल

फ़रेबी

फ़रेबी जात का आशिक वफ़ा को आजमाता है।
जिसे कल फ़िक्र थी मेरी वही दिल को सताता है।

सनम की याद के अहसास मेरे चाँद, तारे हैं
ज़माने में कहाँ,कब, कौन अब रिश्ता निभाता है?

दिलों के दरमियां क्यों आरजू में फ़ासले आए
हमारी बेबसी के वक्त भी किस्से सुनाता है।

ग़मों की इस तपिश में जल रहा दिन-रात दिल मेरा
सुलगकर दर्द अधरों पे हमारे मुस्कुराता है।

नहीं शिकवा -शिकायत की न थीं मजबूरियाँ कोई
तुम्हारी याद का मौसम हमें हर पल रुलाता है।

दुआओं में उठे जिसकी सदा ही हाथ मेरे हैं
वही दिल भेदने को सामने नश्तर चलाता है।

लड़ो तूफ़ान से ‘रजनी’ भरोसा बाजुओं पे रख
सहारे लाख हों लेकिन किनारा छूट जाता है।

डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
महमूरगंज, वाराणसी(उ.प्र.)
संपादिका-साहित्य धरोहर

1 Like · 215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kavi praveen charan
3352.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3352.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
सावन का महीना है भरतार
सावन का महीना है भरतार
Ram Krishan Rastogi
' पंकज उधास '
' पंकज उधास '
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
कविता -
कविता - "सर्दी की रातें"
Anand Sharma
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
Neeraj Mishra " नीर "
था मैं तेरी जुल्फों को संवारने की ख्वाबों में
था मैं तेरी जुल्फों को संवारने की ख्वाबों में
Writer_ermkumar
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन का मकसद क्या है?
जीवन का मकसद क्या है?
Buddha Prakash
सौ सदियाँ
सौ सदियाँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ईश्वर
ईश्वर
Neeraj Agarwal
शाम उषा की लाली
शाम उषा की लाली
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
किसने कहा, ज़िन्दगी आंसुओं में हीं कट जायेगी।
किसने कहा, ज़िन्दगी आंसुओं में हीं कट जायेगी।
Manisha Manjari
“शादी के बाद- मिथिला दर्शन” ( संस्मरण )
“शादी के बाद- मिथिला दर्शन” ( संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
तेरे इश्क़ में थोड़े घायल से हैं,
तेरे इश्क़ में थोड़े घायल से हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोहे ( किसान के )
दोहे ( किसान के )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
लोकतंत्र
लोकतंत्र
Sandeep Pande
*बदलना और मिटना*
*बदलना और मिटना*
Sûrëkhâ
प्रकृति
प्रकृति
Bodhisatva kastooriya
■ जीवन मूल्य।
■ जीवन मूल्य।
*Author प्रणय प्रभात*
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
Raju Gajbhiye
आकाश दीप - (6 of 25 )
आकाश दीप - (6 of 25 )
Kshma Urmila
इक तेरा ही हक है।
इक तेरा ही हक है।
Taj Mohammad
'ਸਾਜਿਸ਼'
'ਸਾਜਿਸ਼'
विनोद सिल्ला
তুমি এলে না
তুমি এলে না
goutam shaw
*आई गंगा स्वर्ग से, चमत्कार का काम (कुंडलिया)*
*आई गंगा स्वर्ग से, चमत्कार का काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
हमदम का साथ💕🤝
हमदम का साथ💕🤝
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...