आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
प्रकृति और तुम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
बदनाम शराब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
वक्त के रूप में हम बदल जायेंगे...,
मां, तेरी कृपा का आकांक्षी।
जब मैसेज और काॅल से जी भर जाता है ,
I want to find you in my depth,
उड़ान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गर्जन में है क्या धरा ,गर्जन करना व्यर्थ (कुंडलिया)
Kabhi kabhi har baat se fark padhta hai mujhe
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है