Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2024 · 1 min read

ग़ज़ल में है

मत पूछिए क्यों कर इकारा ग़ज़ल में है
वो जानते है जिन्हें उकेरा ग़ज़ल में है

ऐब-ए-शुतुरगर्बा हो गर बे-नजर ऐब से
फ़िर तो ख़सारा हि ख़सारा ग़ज़ल में है

उसके नाज़ की तरह रंग शेरों के मुतग़ाइर
शीरीं है कहीं और कहीं खारा ग़ज़ल में है

कहने को तो बहुत कुछ पर कहूँ क्या उसपे
अदबी अदबी सी वो ख़ुद-आरा ग़ज़ल में है

अपने आप नहीं चमक पड़े ख़्याल ओ मे’यार
खूॅं थूक मश्क़-ए-सुख़न पे सॅंवारा ग़ज़ल में है

रिश्तें नाते दोस्त यार ख़ैर-ख़्वाह सब बातिल
जरूरत पड़ते सबने किया किनारा ग़ज़ल में है

मुझे पढ़ कर मिरा ज़ैग़म पूछते हो जो साहिब
सरकार के सामने सरकार को नकारा ग़ज़ल में है

क़ैफ़ियत में रंज अजाब मौत के अलावा क्या कहूँ
ख़बर नइ तुम्हें मिरे गर्दिश का सितारा ग़ज़ल में है

मिरे मुहब्बत में कभी रूह बदन का मसला नइ कुनु
जब जब चाह हुई इश्क को इश्क पुकारा ग़ज़ल में है

77 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
Neeraj Mishra " नीर "
Chào mừng bạn đến với Debet, nhà cái hàng đầu tại Việt Nam,
Chào mừng bạn đến với Debet, nhà cái hàng đầu tại Việt Nam,
debetcomputer
मोहब्बत शायरी
मोहब्बत शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कहो उस प्रभात से उद्गम तुम्हारा जिसने रचा
कहो उस प्रभात से उद्गम तुम्हारा जिसने रचा
©️ दामिनी नारायण सिंह
मच्छर
मच्छर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दोहा- मीन-मेख
दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम और मैं
तुम और मैं
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*माटी की संतान- किसान*
*माटी की संतान- किसान*
Harminder Kaur
मेरा सपना
मेरा सपना
Adha Deshwal
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
Abhijeet
विश्वकप-2023
विश्वकप-2023
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
महकती यादें
महकती यादें
VINOD CHAUHAN
किसने यहाँ
किसने यहाँ
Dr fauzia Naseem shad
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
Manisha Manjari
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
सत्य कुमार प्रेमी
*जिंदगी की दौड़ में ,कुछ पा गया कुछ खो गया (हिंदी गजल
*जिंदगी की दौड़ में ,कुछ पा गया कुछ खो गया (हिंदी गजल
Ravi Prakash
#दोहा-
#दोहा-
*प्रणय प्रभात*
* पावन धरा *
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
.
.
Shwet Kumar Sinha
तन अर्पण मन अर्पण
तन अर्पण मन अर्पण
विकास शुक्ल
मुझसे जुदा होके तू कब चैन से सोया होगा ।
मुझसे जुदा होके तू कब चैन से सोया होगा ।
Phool gufran
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
पूर्वार्थ
राजा अगर मूर्ख हो तो पैसे वाले उसे तवायफ की तरह नचाते है❗
राजा अगर मूर्ख हो तो पैसे वाले उसे तवायफ की तरह नचाते है❗
शेखर सिंह
"दण्डकारण्य"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
gurudeenverma198
काव्य
काव्य
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
3364.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3364.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
Loading...