गर्मी
ऋतु चक्र कब रुकता
प्रकृति पोषित व्यस्तता
एक ही यदि ऋतु रहती
जीवन शैली अलग होती
कहते हैं विज्ञानी लोग
तप्ती गर्मी से वर्षा योग
ठंड निवारण करती गर्मी
धीरे धीरे बढती गर्मी
ऋतुओं का प्रारंभ सुहाना
युवा काल बैचैन जमाना
हर प्राणी होता बैचैन
चाहे गर्मी ,ठंडक, रैन
अपना अपना करें बचाव
जब गर्मी का अधिक प्रभाव
तप्ती गर्मी से सब बचना
तेज धूप में नहीं टहलना
ठंडा पानी शीतल छाँव
पडने देते नहीं कुप्रभाव
मानव है अपने में ज्ञानी
कहीं कहीं करता मनमानी
लू चपेट में आ पछतावे
बाद बचाव याद सब आवे ।
राजेश कौरव सुमित्र