गणेश भजन
गणेश भजन??
नमन करते हम बारम्बार,
गणपति अतिथिरूप में आए,
मोहनि सूरत देखके उनकी,
भक्तों का मन हरषाए।।
भोले शिव के नटखट लाला,
कंठ में पहने हैं वो माला,
पार्वती माँ के राजदुलारे,
एकदंत और हृदय विशाला,
मेवा उनको लागे प्यारी,
मोदक चाव से खाएं।।
(नमन करते हम बारम्बार..)
सूँड़मुख और चार भुजाधारी,
मूषक की करते हैं सवारी,
बल और बुद्धि के वो दाता,
करते हरपल लीलाएं न्यारी,
देवो में प्रथम देव हमारे,
सबके दुख सन्ताप मिटाएं।।
(नमन करते हम बारम्बार..)
भक्तों के वो सखा बन जाते,
हर मुश्किल से उनको बचाते,
जो कोई उनकी शरण में जाता,
सहर्ष ही उसको वो अपनाते,
छल कपट तृष्णा रखो न मन में,
गणेशा सबको सीख यही सिखाएं।।
(नमन करते हम बारम्बार..)
By:Dr Swati Gupta