Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2021 · 1 min read

गज़ल (पत्थरों सा जो हो गया होता)

गज़ल (पत्थरों सा जो हो गया होता)
————————————–

पत्थरों सा जो हो गया होता।
आज मैं भी खुदा हुआ होता।

फूल ये इस तरह न मुरझाता।
प्यार से आपने छुआ होता।।

हम अँधेरों से पार पा लेते।
एक भी दीप यदि जला होता।

आपने यदि हवा न दी होती।
जख्म फिर से न ये हरा होता।

कंटकों से न घर सजाते तो।
आज दामन न ये फटा होता।।

काश तू पहले मिल गया होता
हाल तेरा न यूँ बुरा होता

राज दिल में अगर रखा होता
दोस्त तू यूँ न बेवफा होता।

कृष्ण रहमत खुदा की हो जाती।
उसकी चौखट पे जो झुका होता।।

श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद ।

376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दृढ़ आत्मबल की दरकार
दृढ़ आत्मबल की दरकार
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
...........,,
...........,,
शेखर सिंह
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
■ आज का अनूठा शेर।
■ आज का अनूठा शेर।
*Author प्रणय प्रभात*
अपने घर में हूँ मैं बे मकां की तरह मेरी हालत है उर्दू ज़बां की की तरह
अपने घर में हूँ मैं बे मकां की तरह मेरी हालत है उर्दू ज़बां की की तरह
Sarfaraz Ahmed Aasee
स्वीकारा है
स्वीकारा है
Dr. Mulla Adam Ali
किरणों का कोई रंग नहीं होता
किरणों का कोई रंग नहीं होता
Atul "Krishn"
दोहे
दोहे "हरियाली तीज"
Vaishali Rastogi
** राह में **
** राह में **
surenderpal vaidya
औरत की हँसी
औरत की हँसी
Dr MusafiR BaithA
आपका स्नेह पाया, शब्द ही कम पड़ गये।।
आपका स्नेह पाया, शब्द ही कम पड़ गये।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)*
*सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)*
Ravi Prakash
2534.पूर्णिका
2534.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अव्यक्त प्रेम
अव्यक्त प्रेम
Surinder blackpen
"वो कलाकार"
Dr Meenu Poonia
अश्लील वीडियो बनाकर नाम कमाने की कृत्य करने वाली बेटियों, सा
अश्लील वीडियो बनाकर नाम कमाने की कृत्य करने वाली बेटियों, सा
Anand Kumar
मेहनत करने की क्षमता के साथ आदमी में अगर धैर्य और विवेक भी ह
मेहनत करने की क्षमता के साथ आदमी में अगर धैर्य और विवेक भी ह
Paras Nath Jha
हिटलर
हिटलर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Agarwal
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ
देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ
gurudeenverma198
गरीबी में सौन्दर्य है।
गरीबी में सौन्दर्य है।
Acharya Rama Nand Mandal
मैं और मेरी फितरत
मैं और मेरी फितरत
लक्ष्मी सिंह
हंसना - रोना
हंसना - रोना
manjula chauhan
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
डी. के. निवातिया
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
Awadhesh Kumar Singh
नए वर्ष की इस पावन बेला में
नए वर्ष की इस पावन बेला में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
होली गीत
होली गीत
umesh mehra
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आंसूओं की नमी का क्या करते
आंसूओं की नमी का क्या करते
Dr fauzia Naseem shad
Loading...