Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2022 · 1 min read

गजल

राज राज ही रहे न है उन्हें सबर।
लीक आजकल मेरी वो कर रहे खबर।।
लिख रहा हूं विश्व का भविष्य देख कर,
वो मिटा रहे हैं ले के हाथ में रबर।
चांद को भी राहु के समान ढक रहे,
खोदते हैं इस तरह हमारी वो कबर।
दिख नहीं रहा है दूर-दूर आदमी,
स्यार बन गया है पर बता रहा बबर।
जिंदगी को दांव पर लगायें अर्थवश,
दूसरे के काम में करे लबर लबर।
देश प्रेमी खुश हुए जिगर को बेचकर,
घूमते हैं हाथ में लिये हुए तबर।।
—– डॉ.सतगुरु प्रेमी

Language: Hindi
1 Like · 189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
P S Dhami
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
Your Secret Admirer
Your Secret Admirer
Vedha Singh
प्रीत निभाना
प्रीत निभाना
Pratibha Pandey
जैसे तुम कह दो वैसे नज़र आएं हम,
जैसे तुम कह दो वैसे नज़र आएं हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
दिए जलाओ प्यार के
दिए जलाओ प्यार के
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नकारात्मक लोगो से हमेशा दूर रहना चाहिए
नकारात्मक लोगो से हमेशा दूर रहना चाहिए
शेखर सिंह
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
surenderpal vaidya
*शुभ दीपावली*
*शुभ दीपावली*
गुमनाम 'बाबा'
A last warning
A last warning
Bindesh kumar jha
4439.*पूर्णिका*
4439.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
U888
U888
u888tube
मन का जादू
मन का जादू
Otteri Selvakumar
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सबका साथ
सबका साथ
Bodhisatva kastooriya
..
..
*प्रणय*
जॉन तुम जीवन हो
जॉन तुम जीवन हो
Aman Sinha
बिल्ली
बिल्ली
SHAMA PARVEEN
कुछ कहमुकरियाँ....
कुछ कहमुकरियाँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
" सुनो "
Dr. Kishan tandon kranti
बचपन में…
बचपन में…
पूर्वार्थ
जिस कार्य में मन लगे वही कार्य जीवन सफ़ल करे
जिस कार्य में मन लगे वही कार्य जीवन सफ़ल करे
Sonam Puneet Dubey
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
Ravi Prakash
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
मन के मनके फोड़ा कर...!!
मन के मनके फोड़ा कर...!!
पंकज परिंदा
*राम मेरे तुम बन आओ*
*राम मेरे तुम बन आओ*
Poonam Matia
हिंदी काव्य के प्रमुख छंद
हिंदी काव्य के प्रमुख छंद
मधुसूदन गौतम
Loading...