गजल बन गई
दिल से आबाज आई गजल बन गई
हाथ कलम उठाई गजल बन गई
याद आई तेरी तो धड़कता है दिल,
तेरी यादे हमेशा चुभन बन गई
मेरे सपनो में आई तो दिल खुश हुआ
सूखे फूलो की क्यारी चमन बन गई
हाथ फैला के तूने लगाया गले
दिल से आबाज आई गजल बन गई
आँख लोचन चक्षु नयन बन गई
कृष्णा आंसू बहे चुभन बन गई