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12 Mar 2024 · 1 min read

नन्दी बाबा

भुला दिया है जीवन मेरा भूल गये हो मुझको तुम
मेरे हिसे का पीते दूध और बल दिखाते हो मुझको ।

खेत जोत कर हरा किया व भार तुमारा खीचा हैं
आधुनिक टैक्टर लाने से तुम भुलाते हो मुझको।

धर्म की बाते करते हो और गाय को माता बोले हों
नन्दी बाबा कहते थे आज तुम भगाते हो मुझको।

मेरी माँ ने दूध पिला करके तुम्हारे बच्चे पाले है
बचपन तो छीना है मेरा अब सताते हो मुझको।

चारागाह छीन लिया मेरा काट कर मास खाते हो
गो चर भूमि पर कर कब्जा बहार हटाते हो मुझको।

सरकारी लाइसेंस बनवा के बूचड़खाने चलवाते हो
भुला दिया है जीवन मेरा अब सताते हो मुझको।

लीलाधर चौबिसा (अनिल)
चित्तौड़गढ़ 9829246588

Language: Hindi
33 Views
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