Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2017 · 1 min read

?? छूकर तेरी यादों को??

इस तरह से अपने ग़म को छिपा लेते हैं हम।
दिल तेरा रखने को यार मुस्क़रा लेते हैं हम।।

तुझे हँसता हुआ देखें हरपल यही है तमन्ना।
तू जहाँ रखे क़दम वहीं जान बिछा देते हैं हम।।

तू कहे जो चाँद-सितारे भी तोड़ लाएँ हमदम।
तेरी हसरतों को खुद से ज़्यादा वफ़ा देते हैं हम।।

तुम हो क़रीब दिल के कितना कैसे बताएं।
गिरे माथे से पसीना वहीं ख़ून बहा देते हैं हम।।

यादों के सागर में प्यार के मोती मिलते हैं।
छूकर तेरी यादोंं को दिल में बसा लेते हैं हम।।

आँखों में रहे सदा तेरे प्यार का मंज़र सनम।
ये सोचकर इंतज़ार में पलकें बिछा देते हैं हम।।

झुकने से रिश्ता बच जाए तो अच्छा ही है।
इस फलसफ़े पर दिल से सिर झुका देते हैं हम।।

प्यार सच्चा ज़िन्दगी में एक बार मिले सुना है।
इस बात को दिलसे हरबार लगा लेते हैं हम।।

“प्रीतम”तेरा दीदार ख़ुदा से कम नहीं हमारे लिए।
इन आँखों में हरपल ख़्वाब तेरा बसा लेते हैं हम।

राधेयश्याम बंगालिया “प्रीतम”कृत
*********************
*********************
???????????

Language: Hindi
255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
23/99.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/99.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बस कुछ दिन और फिर हैप्पी न्यू ईयर और सेम टू यू का ऐसा तांडव
बस कुछ दिन और फिर हैप्पी न्यू ईयर और सेम टू यू का ऐसा तांडव
Ranjeet kumar patre
हाइकु
हाइकु
अशोक कुमार ढोरिया
"रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
उस दिन पर लानत भेजता  हूं,
उस दिन पर लानत भेजता हूं,
Vishal babu (vishu)
अपने साथ तो सब अपना है
अपने साथ तो सब अपना है
Dheerja Sharma
*सिरफिरा (लघुकथा)*
*सिरफिरा (लघुकथा)*
Ravi Prakash
रेस का घोड़ा
रेस का घोड़ा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
1🌹सतत - सृजन🌹
1🌹सतत - सृजन🌹
Dr Shweta sood
Samay  ka pahiya bhi bada ajib hai,
Samay ka pahiya bhi bada ajib hai,
Sakshi Tripathi
माँ का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है ?
माँ का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
खुद पर विश्वास करें
खुद पर विश्वास करें
Dinesh Gupta
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
Dr. Man Mohan Krishna
मित्रता-दिवस
मित्रता-दिवस
Kanchan Khanna
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
पूर्वार्थ
-- ग़दर 2 --
-- ग़दर 2 --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
■ आज का प्रहार
■ आज का प्रहार
*Author प्रणय प्रभात*
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
"अभी" उम्र नहीं है
Rakesh Rastogi
मन तेरा भी
मन तेरा भी
Dr fauzia Naseem shad
उदास नहीं हूं
उदास नहीं हूं
shabina. Naaz
रेत पर मकान बना ही नही
रेत पर मकान बना ही नही
कवि दीपक बवेजा
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
डॉक्टर रागिनी
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Ankita Patel
अन्त हुआ आतंक का,
अन्त हुआ आतंक का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐प्रेम कौतुक-420💐
💐प्रेम कौतुक-420💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
इंसान भीतर से यदि रिक्त हो
इंसान भीतर से यदि रिक्त हो
ruby kumari
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
अनिल कुमार
Loading...