खूबसूरती
हो कपड़ो में खूबसूरती या सूरत में
नहीं फर्क पड़ता कोई इससे किसी को
ना हो जब तक खूबसूरती सीरत में
दिखना हो खूबसूरत अगर कभी तूझे
तो सूरत से ज्यादा सीरत को साफ रखो
नहीं अच्छी और सच्ची तुम्हारी सीरत
तो क्या फर्क पड़ता है किसी को भी
तुम्हारे बेहद खूबसूरत लिबास से
कोई इंसान चहरे से खूबसूरत न हो तो क्या
इंसान वो दिल का खूबसूरत होना चाहिए
बिताने वाले है जिसके साथ जिंदगी हम कभी