!! खून की प्यासी दुनिया सारी !!
जिधर देखो
इक भयानक
खोफ्नाक
समय गुजर रहा है
किसी को कोई खबर
नहीं , कि
वो सुरक्षित
घर तक जा भी पायेगा
या उसकी लाश ही जायेगी
क़त्ल बात बात पर
खून जैसे पूरा
उबाल पर
सोचने की शक्ति खत्म
बस, क़त्ल और क़त्ल
बदला के भावना
बस किसी तरह से भी ले लूं
चाहे बाद में कुछ भी हो
यही है सच आजका
आज के हालात
देश के भीतर मचता यह
भयानक मंजर
आत्मा को भी
झकझोरता हुआ
क्या ????
यही है हमारी इंसानियत
यही है हमारा कर्तव्य
यही सीखा था अह्मने
एक दुसरे की जान के दुश्मन
सोचो ?? जरा फिर से सोचो
हर किसी को जीने का अधिकार है
वो हक़ केवल भगवान् के हाथ है
उस के दिए हक़ पर अधिकार न जमाओ
जरा होश में आओ, मेरे देश वासिओ
अजीत कुमार तलवार
मेरठ