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6 Jul 2020 · 1 min read

खुशियों को जला दिया हमने

जिंदगी के हर तजुर्बें को भुला दिया हमनें
ग़म के’ हर इक हर्फ़ को खुद ही मिटा दिया हमनें
माँगने मुझसे उजाला तीरगी जो’ आयी थी
शौक से तब अपनी’ खुशियों को जला दिया हमनें

©
शरद कश्यप

Language: Hindi
1 Comment · 236 Views
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