Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2022 · 1 min read

खुद को भी

खुद को भी जीने का
एक ढंग सिखा दो ।
हंसते हुए चेहरे से हंसी
गम की उड़ा दो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
20 Likes · 342 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

मुहब्बत मील का पत्थर नहीं जो छूट जायेगा।
मुहब्बत मील का पत्थर नहीं जो छूट जायेगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
धरती माता
धरती माता
अवध किशोर 'अवधू'
😊प्रभात-संदेश😊
😊प्रभात-संदेश😊
*प्रणय*
प्रेरणा
प्रेरणा
Shyam Sundar Subramanian
आ गया मौसम सुहाना
आ गया मौसम सुहाना
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
बहता काजल पलक से उठाने दे ज़रा ।
बहता काजल पलक से उठाने दे ज़रा ।
sushil sarna
वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है
वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है
Meenakshi Masoom
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
Kuldeep mishra (KD)
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
Vijay kumar Pandey
"मोबाईल"
Dr. Kishan tandon kranti
King of the 90s - Television
King of the 90s - Television
Bindesh kumar jha
ग़ज़ल _ मुहब्बत के दुश्मन मचलते ही रहते ।
ग़ज़ल _ मुहब्बत के दुश्मन मचलते ही रहते ।
Neelofar Khan
3586.💐 *पूर्णिका* 💐
3586.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अभ्यर्थी हूँ
अभ्यर्थी हूँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
79king - là nhà cái trực tuyến uy tín hàng đầu Việt Nam
79king - là nhà cái trực tuyến uy tín hàng đầu Việt Nam
79kinglimited
"एकान्त चाहिए
भरत कुमार सोलंकी
मोही  हृदय  अस्थिर,  व्यथित
मोही हृदय अस्थिर, व्यथित
Priya Maithil
बेटियां
बेटियां
Phool gufran
क्या मथुरा क्या काशी जब मन में हो उदासी ?
क्या मथुरा क्या काशी जब मन में हो उदासी ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
लड़कियांँ इतनी सुंदर भी होती हैं
लड़कियांँ इतनी सुंदर भी होती हैं
Akash Agam
*दर्पण में छवि देखकर, राधा जी हैरान (कुंडलिया)*
*दर्पण में छवि देखकर, राधा जी हैरान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
होली
होली
Madhuri mahakash
सत्य सनातन गीत है गीता
सत्य सनातन गीत है गीता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
surenderpal vaidya
दीवाना हर इंसान होगा
दीवाना हर इंसान होगा
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"विद्यार्थी जीवन"
ओसमणी साहू 'ओश'
जीवन तो बहती दरिया है-काल चक्र का सर्प सदा ही हमको है डसता
जीवन तो बहती दरिया है-काल चक्र का सर्प सदा ही हमको है डसता
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
sp121 ढोलक
sp121 ढोलक
Manoj Shrivastava
जीवन निर्झरणी
जीवन निर्झरणी
Jai Prakash Srivastav
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Loading...