“खुदा याद आया”
“खुदा याद आया”
चाँद जिद्दी था
कि जिद पर थी घटाएँ
मगर जब-जब पड़ा
चाँद पर घटाओं का साया,
खिल गया चेहरा
हँसी से उस बच्चे का
उसी वक्त मुझको
वो ख़ुदा याद आया।
“खुदा याद आया”
चाँद जिद्दी था
कि जिद पर थी घटाएँ
मगर जब-जब पड़ा
चाँद पर घटाओं का साया,
खिल गया चेहरा
हँसी से उस बच्चे का
उसी वक्त मुझको
वो ख़ुदा याद आया।