Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2022 · 1 min read

खबर यशोदा लाई है (भक्ति गीत)

खबर यशोदा लाई है (भक्ति गीत)
*****************
नाचो गाओ ढोल बजाओ, खबर यशोदा लाई
है
मेरी बगिया एक सॉंवले बालक से महकाई
है (1)

खुशी मनाओ गोकुलवासी नई रोशनी आई
है
आने-भर से मस्ती सारे गोकुल-भर में छाई
है(2)

मैंने अपनी बेटी खोकर जग का कृष्ण
बचाया है
गोकुल की ऑंखों का तारा मेरा कृष्ण
कन्हाई है(3)

पुत्र देवकी वासुदेव का अब यह नहीं कहाएगा
लाल यशोदा का नंदलाला अब यह ही
सच्चाई है(4)

यह गोकुल का बेटा मेरा मस्ती में यह घूमेगा
दूध दही माखन खाएगा बंसी इसको भाई है
(5)

सारी दुनिया का यह मालिक साधारण- सा लगता है
इसको सब संसार कहेगा इसने गाय चराई है
(6)
———————————————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
प्यार के सिलसिले
प्यार के सिलसिले
Basant Bhagawan Roy
2258.
2258.
Dr.Khedu Bharti
#गुरू#
#गुरू#
rubichetanshukla 781
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Mahender Singh
गीत
गीत
Shiva Awasthi
Lamhon ki ek kitab hain jindagi ,sanso aur khayalo ka hisab
Lamhon ki ek kitab hain jindagi ,sanso aur khayalo ka hisab
Sampada
ग़रीबों को फ़क़त उपदेश की घुट्टी पिलाते हो
ग़रीबों को फ़क़त उपदेश की घुट्टी पिलाते हो
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"लोगों की सोच"
Yogendra Chaturwedi
कविता
कविता
Rambali Mishra
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
Shubham Pandey (S P)
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दुआ के हाथ
दुआ के हाथ
Shekhar Chandra Mitra
माॅ प्रकृति
माॅ प्रकृति
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
दिनांक:-२३.०२.२३.
दिनांक:-२३.०२.२३.
Pankaj sharma Tarun
महादेव का भक्त हूँ
महादेव का भक्त हूँ
लक्ष्मी सिंह
ये
ये "इंडियन प्रीमियर लीग" है
*Author प्रणय प्रभात*
राम छोड़ ना कोई हमारे..
राम छोड़ ना कोई हमारे..
Vijay kumar Pandey
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"ऐ मितवा"
Dr. Kishan tandon kranti
निंदा
निंदा
Dr fauzia Naseem shad
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
मानवता
मानवता
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
नजर  नहीं  आता  रास्ता
नजर नहीं आता रास्ता
Nanki Patre
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
दुआ कबूल नहीं हुई है दर बदलते हुए
दुआ कबूल नहीं हुई है दर बदलते हुए
कवि दीपक बवेजा
गुमनाम ज़िन्दगी
गुमनाम ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
रिश्ता - दीपक नीलपदम्
रिश्ता - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
Buddha Prakash
रामायण  के  राम  का , पूर्ण हुआ बनवास ।
रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास ।
sushil sarna
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
Loading...