खण्डहर
आभाहीन पत्थरो ,ईटो से निर्मित
इन अवशेष खंडहरों में
छिपे पड़े हैं सामंती जीवन के ऐतिहासिक संदर्भ
बौद्धिक चेतना से प्रेरित पुरातात्विक शोध होगा तो
खंडहरों में अंतर्निहित अतीत के वास्तविक स्वरूप का बोध होगा
मुखरित हो उठेंगी
इतिहास की विद्रूपताओं को
निकृष्ट कुटिलताओं को
उजागर करती सामंती राजाओं की क्रूरतम कथाएं
जो कभी काल कवलित कर गई
मानव की अस्मिता विवशता को
संस्कृति विकृति के प्रतीक
इन खंडित खंडहरों में भी
छिपा पड़ा है एक उज्ज्वल
कालखंड का सच
उत्सव पर्व त्यौहारो
प्रासंगिक परंपराओं रीति रिवाज का
जो अब आधुनिक बौध की मिट्टी
के नीचे दबा _दबा
धूमिल सा अस्पष्ट हो चला
@ ओम प्रकाश मीना