Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2023 · 1 min read

“श्रृंगारिका”

एक सुहागन के संग रहते हो,
प्रिय तुम श्रृंगार बनके।

माथे की बिन्दी कहती है ,
माथे को अनमोल किया।

दूर होके भी देते हो,
विन्दी में आभास पिया।

नयनों का कजरा कहता है ,
नैनों को अनमोल किया ।

दूर होके भी नयनों से ,
देते हो आभास पिया।

बालों का गजरा कहता है ,
केशों को अनमोल किया।

जब भी महके गजरा होता है
आभास पिया।

हाथों की चूड़ियाँ कहती है
हाथोँ को अनमोल किया ।

जब जब खनके चूड़ियाँ ,
होता है आभास पिया।

पैरोँ की पायल कहती है ,
पैरोँ को अनमोल किया।

जब जब छनके पायल,
होता है आभास पिया ।

मांग का सिन्दूर कहता है,
जीवन को अनमोल किया।

जब भरती हूँ मांग पिया,
तेरे होने का प्रमाण पिया।

लाल रंग का जोड़ा कहता,
रंग गई तेरे रंगों में,

मैं हूँ तेरी श्रंगार पिया,
मैं हूँ तेरी श्रंगार पिया ।।

लेखिका:- एकता श्रीवास्तव।
प्रयागराज✍️

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 355 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ekta chitrangini
View all
You may also like:
चाहता हे उसे सारा जहान
चाहता हे उसे सारा जहान
Swami Ganganiya
मन और मस्तिष्क
मन और मस्तिष्क
Dhriti Mishra
"बारिश की बूंदें" (Raindrops)
Sidhartha Mishra
बहुत से लोग आएंगे तेरी महफ़िल में पर
बहुत से लोग आएंगे तेरी महफ़िल में पर "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
निशांत 'शीलराज'
💐अज्ञात के प्रति-137💐
💐अज्ञात के प्रति-137💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शरद पूर्णिमा पर्व है,
शरद पूर्णिमा पर्व है,
Satish Srijan
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
Shreedhar
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
Shekhar Chandra Mitra
रमेशराज के चर्चित राष्ट्रीय बालगीत
रमेशराज के चर्चित राष्ट्रीय बालगीत
कवि रमेशराज
'क्या कहता है दिल'
'क्या कहता है दिल'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
"यादों के अवशेष"
Dr. Kishan tandon kranti
दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है Vinit Singh Shayar
दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
बसंत हो
बसंत हो
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*फल (बाल कविता)*
*फल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
Anil "Aadarsh"
दीपावली
दीपावली
Deepali Kalra
कोशिस करो कि दोगले लोगों से
कोशिस करो कि दोगले लोगों से
Shankar N aanjna
■ ज़रा_याद_करो_कुर्बानी
■ ज़रा_याद_करो_कुर्बानी
*Author प्रणय प्रभात*
कोरा संदेश
कोरा संदेश
Manisha Manjari
रिश्तों को निभा
रिश्तों को निभा
Dr fauzia Naseem shad
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
छप्पन भोग
छप्पन भोग
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Milo kbhi fursat se,
Milo kbhi fursat se,
Sakshi Tripathi
2636.पूर्णिका
2636.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
SHAMA PARVEEN
बगिया
बगिया
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कलम
कलम
शायर देव मेहरानियां
बेटी
बेटी
Dr Archana Gupta
Loading...