क्या रखा है???
क्या रखा है???
जी भर कर जी लो बचपन में बचपन फिर ना आएगा
क्या रखा है फोन में जीवन तुम्हारा खो जाएगा।
अभी सुन लो दादी अम्मा से सबकी नादानियां फिर बड़े हो जाओगे तो नहीं सुन पाओगे कहानियां,
जी भर के जी लो बचपन फिर ना आएगा
क्या रखा है फोन में जीवन तुम्हारा खो जाएगा।
बढ़ जाएगी कंधे पर जब तुम्हारे जिम्मेदारियां
फिर राजा रानी और परियों की दबकर रह जाएगी कहानी
जी भरकर जी लो बचपन फिर ना आएगा
क्या रखा है फोन में जीवन तुम्हारा खो जाएगा।
तरसोगे तब बातें करने को दादी अम्मा जब सो जाएगी लाख जतन करने पर सामने से कोई आवाज ना आएगी
जी भर कर जी लो बचपन फिर ना आएगा
क्या रखा है फोन में जीवन तुम्हारा खो जाएगा।
स्वरचित कविता
सुरेखा राठी